मजदूर के साथ हुआ हादसा। दहेगाम पुलिस ने दर्ज की FIR 5 महीने बाद लापरवाह ठेकेदार के खिलाफ।

गुजरात राज्य की राजधानी गांधीनगर जिला के देहगाम थाना क्षेत्र में तारीख 03/08/2024 को मजदूरी काम कर रहे प्रवीण शांतिलाल ठाकुर के साथ हादसा होता है
देहगाम सहयोग विद्यालय में बिना किसी सुरक्षा उपकरण पहने अग्नि सुरक्षा पाइप लाइन पर काम करते समय एक मजदूर पर लोहे की पाइप वेल्डिंग टूटने से गिर गया। वहीं सिर में पाइप लगने से गंभीर चोट लगने से एक मजदूर की मौत हो गयी. इस मामले में मृतक के भाई की शिकायत के आधार पर देहगाम पुलिस ने लेबर ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच की.
इसमें प्रवीण शांतिलाल ठाकुर की मृत्यु हई। घटना इस प्रकार हुई के प्रवीण ठाकुर नाम के व्यक्ति देहगाम के सहयोग स्कूल के अंदर अग्निशामक साधनों को लगाने का काम कर रहे थे। वहीं पर उनका एक साथी लोखंड की पाइप को वेल्डिंग रहा था। और तभी एक पाइप गिरती है जिससे प्रवीण ठाकुर के सिर पर गहरी चोट आती है। घायल को जिला सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां उन्हें चिकित्सा के द्वारा मृत्यु घोषित किया गया। प्रवीण ठाकुर जिस ठेकेदार के वहां काम करते थे। उसे इस बात की जानकारी थी बिना सुरक्षा साधन के काम करना जानलेवा साबित हो सकता है। फिर भी ठेकेदार के द्वारा किसी भी तरह का सुरक्षा साधन नहीं दिया गया। जिससे प्रवीण ठाकुर को गहरी चोट लगने से उनकी मत्यु हुई।
मृतक व्यक्ति के परिजनों जानकारी के मुताबिक
वह सहयोग स्कूल में काम कर रहे थे। उनके साथी एक विकलांग व्यक्ति बिल्डिंग का कम कर रहा। और वह भी बिना किसी सुरक्षा साधन के काम कर रहा था। ठेकेदार के द्वारा लापरवाही की गई। जिसके कारण एक की जान गई।
इस घटना की जानकारी पुलिस को मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचती है। और पीड़ित को जिला अस्पताल भेजा गया। जहां पर चिकित्सा के द्वारा उसे मृत घोषित किया गया। मृतक व्यक्ति का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस के द्वारा इस घटना में उसे समय FIR दर्ज नहीं की गई। पीड़ित परिवार उसे समय शोक में डूबा हुआ था। और कुछ दिन बाद उन्होंने पुलिस का संपर्क किया। पुलिस को उन्होंने कहा कि हमारी शिकायत दर्ज क जाए और हमें न्याय दिलाया जाए। लेकिन पुलिस के द्वारा किसी करण वास FIR दर्ज नहीं की गई।
इस घटना में दिनांक 13 /12/2024 को देहगाम पुलिस स्टेशन के द्वारा FIR दर्ज की जाती है। परिवार का कहना है कि जब उन्होंने सामाजिक संगठन का संपर्क किया। उसके बाद इस घटना में एफआईआर दर्ज की गई। परिवार का कहना है कि शायद आप उन्हें नहीं मिलेगा।
आखिर सवाल होता है कि एफआईआर दर्ज करने में इतना विलंब क्यों?
क्या पुलिस के द्वारा इस घटना को गंभीरता से लिया जाएगा। आखिर अभी तक विलंब क्यों? पुलिस के द्वारा करवाई तेजी से की जाएग। यह तो वक्त बताएग।
जानकारी के मुताबिक इस घटना में परिवार ने जब सामाजिक संगठन संपर्क किया। और संगठन के लोगों ने शिकायत दर्ज करने का प्रयास किया। तब भी शिकायत दर्ज करने में इतना समय क्यों। मीडिया के हस्तक्षेप के बाद शिकायत को दर्ज किया गया। परिवार को आशा है कि अब इस घटना में सही तरीके से कार्रवाई की जाएगी।
अहमदाबाद के साबरमती में रहते थे
महेश शांतिलाल ठाकोर के बड़े भाई प्रवीण (उम्र 42) एक मजदूर के रूप में काम करते थे। पड़ोसी राकेश ठाकोर उसे मजदूरी के लिए अपने साथ ले जाता था. अंतिम तिथि 3 अगस्त 2024 को प्रवीण और राकेश मजदूरी के लिए एक साथ घर से निकले. दोपहर बाद राकेश ने फोन कर बताया कि देहगाम शैलया स्कूल में काम करने के दौरान प्रवीण के सिर पर पाइप से चोट लग गयी है.जिसके बाद महेश के परिचित देहगाम सरकारी अस्पताल पहुंचे। जहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने प्रवीण को मृत घोषित कर दिया। मामले की जांच करते समय, महेश को पता चला कि प्रवीण, देवर्षि जीतेंद्र गोरे (, म.नं.-37, गोकुल डुप्लेक्स, हरिदर्शन चौक डी, कठवाड़ा रोड, न्यू नरोड़ा) सहित मजदूर अग्नि सुरक्षा पाइप पर काम कर रहे थे। जेडजे एंटरप्राइज के अनुबंध के तहत देहगाम सहयोग स्कूल लाइन पर काम किया।
इसी दौरान प्रवीण और राकेश फायर सेफ्टी के लोहे के पाइप को वेल्ड करने के लिए आमने-सामने सीढ़ी से चढ़ गए। तभी वेल्डिंग से लोहे का पाइप टूटकर प्रवीण के सिर पर लगा और वह सीढ़ियों से नीचे गिर गया। और वह लोहे का पाइप उसके सिर पर गिर गया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बाद में, मृतक का अंतिम संस्कार पूरा होने के बाद, महेश ने घटना का वीडियो देखा।
जिसमें ठेकेदार देवर्षिभाई गोरे प्रवीण समेत मजदूरों से बिना जरूरी सुरक्षा उपकरण जैसे हेलमेट और सेफ्टी हुक समेत अन्य उपकरणों के काम करा रहा था. हालांकि, उस वक्त महेश ने शिकायत भी दर्ज कराई थी. बाद में वकील की सलाह पर आज शिकायत दी कि ठेकेदार की घोर लापरवाही के कारण प्रवीण की मौत हो गयी. जिसके चलते देहगाम पुलिस ने ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच की.