Ahmedabad विमान का मलबा शिफ्ट करते वक्त हादसा, प्लेन की टेल पेड़ में फंसी

अहमदाबाद में 12 जून को हुए भीषण विमान हादसे के विनाशकारी प्रभाव अभी भी शहर में मौजूद हैं। हालांकि, इस हादसे को एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन विमान हादसे के मलबे को हटाने के अभियान के दौरान एक और अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। आज सुबह विमान का मलबा लेकर जा रहा एक ट्रक, जिसमें विमान का पिछला हिस्सा था, शाहीबाग डफनाला के पास एसीबी कार्यालय के सामने एक पेड़ में फंस गया। नतीजतन, पूरे मार्ग पर यातायात बाधित हो गया।
विमान का पिछला हिस्सा ट्रक से अलग होकर एक पेड़ में फंस गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ट्रक जब शाहीबाग से कैंप हनुमान मंदिर जाने वाली हाईवे लाइन से गुजर रहा था, तभी विमान का पिछला हिस्सा ऊंचाई अधिक होने के कारण पास के पेड़ की शाखाओं में फंस गया। घटना के बाद पूरा यातायात रोकने के साथ ही दमकल और पुलिस की टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया।
लगातार प्रयासों से रास्ता साफ हो गया।
अग्निशमन विभाग ने पेड़ की टहनियों को काटकर, ट्रक के टायरों की हवा निकालकर, ट्रक की ऊंचाई कम की और आखिरकार ट्रक के पिछले हिस्से को सुरक्षित तरीके से निकाला। इस प्रक्रिया में करीब एक घंटा लगा, इस दौरान शाहीबाग से कैंप हनुमान मंदिर तक का रास्ता पूरी तरह से बंद कर दिया गया।
12 जून की विमान दुर्घटना का चौंकाने वाला विस्फोट
12 जून 2025 को अहमदाबाद में AI 787-8 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दुर्घटना में 270 से ज़्यादा निर्दोष लोगों की जान चली गई थी, जिनमें कई डॉक्टर और छात्र भी शामिल थे। विमान एक छात्रावास परिसर में जा गिरा था, जिससे और भी ज़्यादा तबाही मच गई थी। इस दुर्घटना को न सिर्फ़ भारत में बल्कि विमानन इतिहास में भी सबसे गंभीर दुर्घटनाओं में से एक माना जाता है।
सुरक्षा कार्यों को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
आज की घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि ऐसी आपात स्थितियों में सामान्य ज्ञान, योजना और सड़क पहचान की कमी होती है। विमान दुर्घटना के बाद मलबे को हटाने में भी सावधानी बरतना जरूरी है, अन्यथा अन्य छोटी या बड़ी दुर्घटनाएं होने की संभावना बनी रहती है।