चांदखेड़ा पुलिस स्टेशन में ब्याज खोरो से पीड़ित व्यक्ति की सुनवाई होगी। या फिर गुजरात में ब्याजखोरो पर सिर्फ कागजों पर ही कार्रवाई होती है।

गुजरात के अहमदाबाद के चांदखेड़ा पुलिस स्टेशन मैं विजय चौबे नाम के व्यक्ति ने ब्याजखोरों से परेशान होकर पुलिस को 16/ 08 /2024 को एक लिखित शिकायत दी।
उसे शिकायत में उन्होंने बतया के उन्होंने कुछ साल पहले विजय यादव नाम के व्यक्ति से ₹300000(3 लाख रुपए )- 10 % के ब्याज के हिसाब से लिया था। जिसमें उन्होंने 455000 /- रुपए उन्होंने उनके बेटे प्रेम विजय यादव के अकाउंट में ऑनलाइन दिया।और बाकी के २ लाख नगद रुपए नगद दिए।
जब वह पैसा ले रहे थे.तब उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से एक चेक विजय यादव को दिया था। पैसा पूरा हो जाने के बाद जब विजय चौबे ने अपना चेक वापस मांगा ।उसे समय विजय यादव ने कहा कि चेक मिल नहीं रहा है। आते जाते आप वह चेक ले लेना। लेकिन कुछ छोटी-मोटी बोल चाल के कारण उनके परिवार के बीच में कुछ कहा सुन होने के कारण झगड़ा हो गया। इसकी शिकायत भी विजय चौबे ने चांदखेड़ा पुलिस स्टेशन में किया।
इसी बात पर विजय यादव ने विजय चौबे ने जो चेक सुरक्षा के लिए दिया था उसे चेक का गलत उपयोग करते हुए। उसे पर 10 लाख रुपए भर कर चेक को बाउंस करा कर उन पर गलत FIR कराया है। ऐस विजय चौबे का कहना है।
इसकी चांदखेड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत की हुई है। लेकिन विजयचौबे जी कहना है। की पुलिस द्वारा किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे उन्हें न्याय मिले।
इस शिकायत को उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय में भी किया है पत्र के द्वारा लेकिन किसी भी तरह की कोई सुनवाई नहीं हुई उनकी।
क्या अगर कोई अनहोनी होती है तब पुलिस जागगी। अनहोनी होने के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी।
क्या सिर्फ कागजो पर ही कार्रवाई होती है?
क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा?
विजय चौबे का कहना है कि उनके पास इस केस को लड़ने के लिए पैसे नहीं है। अगर उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो वह अपने परिवार के साथ आत्मा विलोपन करने के सिवा कोई रस्ता नहीं उनके पास।
क्या उन्हें न्याय मिलेगा?
क्या पुलिस इस मामलों पर गंभीरता से कार्रवाई करेगी?